Father’s Day Special Shayari in Hindi
पिता… एक ऐसा नाम जो पूरी जिंदगी की किताब में सबसे मजबूत किरदार निभाता है। जब मां ममता की मूरत होती है, तो पिता छाया बनकर हर मुश्किल से लड़ने की ताकत देता है। Father’s Day के इस खास मौके पर पेश है एक दिल को छू लेने वाली लंबी शायरी, जो हर बेटे-बेटी के दिल की आवाज़ है।

“पिता: एक मजबूत नींव”
छांव बनकर चले जो धूप में, वो साया है पिता,कभी हंसते नहीं मगर सबकी हँसी का साया है पिता।लबों पे ना सही, पर दिल में दुआएं हैं उनकी,हर जीत में, हर राह में, पहचान है पिता की।
जब दुनिया ने छोड़ा, तब साथ निभाया,खुद भूखा रहकर बच्चों को खिलाया।आंसू भी छुपा लिए हँसी के पीछे,हर दर्द को मुस्कान में छुपाया।
वो जो अपनी जरूरतों को भूल बैठे,हमारी छोटी-सी ख्वाहिश पर टूट पड़ते।कोई मोल नहीं उनका इस दुनिया में,जो अपने बच्चों के लिए खुद से लड़ते।
“पिता: हर रिश्ते की छांव”
न ममता की गोद है, न प्यार की पुकार,फिर भी हर दिन वो देते हैं हमें अपार।बिना कहे जो समझ जाए वो एहसास है पिता,बिना मांगे जो दे दे वो विश्वास है पिता।
उनके डांट में भी होती है परवाह की बात,उनकी खामोशी भी कर दे रिश्तों की सौगात।हर सुबह की शुरुआत उनके आशीर्वाद से,हर रात की शांति उनके विश्वास से।
“पिता का संघर्ष: अनकही कहानी”
कभी किराए के मकान में सपना संजोते,कभी पैदल चलते मगर हमें स्कूल पहुंचाते।कभी खुद पुराने कपड़े पहनते रहे,मगर हमें नए जूते दिलाना न भूले।
जो हर किस्त भरते-भरते थकते नहीं,जो रातों को जागकर भी ऊफ तक नहीं कहते।उनकी हर बुढ़ी रेखा में छुपी है कुर्बानी,हर झुकी कमर में है जीवन की कहानी।
“पिता की ममता: जो दिखती नहीं”
मां की ममता तो दिखती है पलकों पर,पिता का प्यार छुपा होता है सपनों में।वो जो ऑफिस से थके-हारे लौटते हैं,पर दरवाज़ा खुलते ही मुस्कुरा पड़ते हैं।
जब हम गिरते हैं, मां दौड़ती है,पर पीछे से संभालने को खड़े होते हैं पापा।बिना जताए वो करते हैं फ़िक्र हमारी,हर राह की मुश्किल से रखते हैं खबर हमारी।
“पिता: भगवान का दूसरा रूप”
मंदिर की घंटियों में नहीं,मेरे पिता की मेहनत में भगवान बसते हैं।हर सुबह उनके पसीने की बूंदें,मेरे जीवन में रौशनी भरती हैं।
अगर मां धरती है, तो पिता आसमान,उनके बिना अधूरा है ये जहान।उनके कंधों पर बैठकर हमने ऊँचाई देखी,उनके सपनों से हमने उड़ान सीखी।

“पिता के लिए एक अंतिम सलाम”
पापा, आज आपके लिए लिख रहा हूं ये अल्फ़ाज़,शायद शब्द कम पड़ जाएं आपके एहसानों के सामने आज।ना जाने कितनी बार आपने खुद को मिटाया,और हमें दुनिया में चमकाया।
आपके बिना ये दुनिया अधूरी है,आप ही मेरी ताकत, आप ही मजबूरी हैं।आपके बिना हर खुशी अधूरी लगती है,आपके साथ ही ये ज़िंदगी पूरी लगती है।
Father’s Day पर ये खास शायरी पिताओं को समर्पित एक छोटी-सी भेंट है। पिता सिर्फ घर का मुखिया नहीं होता, वो तो वो चट्टान है जो पूरे परिवार को तूफानों से बचाता है। इस खास दिन पर अगर आप उन्हें ये शायरी सुनाएंगे या लिखकर भेजेंगे, तो ये उनके लिए अनमोल तोहफा साबित हो सकता है।